आज में इस आपको बताने जा रहा हूं कि कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है– Collector Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai इसी के बारे में चर्चा करने वाले हैं।
वर्तमान समय में हर व्यक्ति एक सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं लेकिन आज के समय पर इतना आसान नहीं है। एक बात बता दूं कि पूरे लगन और मेहनत के साथ तैयारी कर सकते हैं तो नामुमकिन भी नहीं है।
कोई व्यक्ति Collector बनना चाहते हैं, कोई एसडीओ तो, कोई डीसी बनना चाहते हैं इसका मुख्य कारण है कि एक कलेक्टर ऑफिसर का अच्छी खासी सैलरी मिलती है इसके साथ ही समाज में सेवा करने का अवसर प्राप्त होते हैं।
जिन विद्यार्थियों की मन में सवाल है कि कलेक्टर कैसे बने या हमें कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है तो मैं उन लोगों को बताना चाहूंगा कि हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े क्योंकि पूरी जानकारी दी गई है।
अधिकांश युवाओं का सपना होते हैं कलेक्टर बनने का लेकिन जिला कलेक्टर बनना हर किसी की बस की बात नहीं होती है एक District Collector बनने के लिए बहुत पढ़ाई करने होते हैं।
जैसे की हम सभी लोग जानते हैं कि आज के समय पर कंपटीशन बहुत अधिक बढ़ चुकी है जिसके कारण लाखों में उम्मीदवार शामिल होते हैं लेकिन उनमें से कुछ छात्र ही क्वालीफाई कर पाते हैं।
यदि आप कलेक्टर बनने का लक्ष्य रखे हैं तो आपको पूरे मेहनत एवं लगन के साथ कलेक्टर की तैयारी के लिए पढ़ाई करना होगा। जिससे कि आपको सफलता जरूर मिलेगी एक बार में ना सही अगले चांस में सफल अवश्य होंगे, लेकिन इसके लिए आपको धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत को जारी रखना होगा।
आपको पता होना चाहिए कि एक कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है– Collector Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai यानी कि कलेक्टर कैसे बने एवं District Collector बनने के लिए योग्यताएं क्या होनी चाहिए?
कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है (Collector Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai)
12वीं के बाद डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है आइये अब जानकारी देने जा रहे हैं एक डिप्टी कलेक्टर कैसे बनते हैं:–
- सर्वप्रथम Graduation पास करना पड़ता है।
- स्नातक की पढ़ाई पूरी करते-करते अपनी तैयारी को कंप्लीट कर लेना है।
- प्रत्येक वर्ष सिविल सेवा परीक्षा UPSC (CSE) Exam फॉर्म निकालती है।
- ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद UPSC के द्वारा निकाली गई वैकेंसी को आवेदन करना पड़ता है।
- इसके बाद UPSC की प्रारंभिक परीक्षा को पास करना पड़ता है।
- UPSC की प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है और इसमें भी पास करना पड़ता है।
- प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
- इंटरव्यू में सफल होने वाले उम्मीदवारों का चयन कलेक्टर के पद के लिए किया जाता है।
- इसके बाद आप डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर यानी कि डीसी या कलेक्टर बन जाते हैं।
कलेक्टर बनने के लिए कितने पैसे लगते हैं?
कलेक्टर बनने के लिए फीस की बात करें तो लगभग ₹1,00,000 से ₹2,00,000 तक पैसे लग सकते हैं। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए सबसे अच्छा जगह दिल्ली माना जाता है यहां पर कई सारे अच्छे-अच्छे कोचिंग या इंस्टिट्यूट है जैसे कि दृष्टि कोचिंग, बाजीराव कोचिंग संस्थान, एकलव्य कोचिंग संस्थान इत्यादि।
डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बनने के लिए फीस 1 लाख रुपए से 2 लाख रुपए फीस होती हैं, सिर्फ पढ़ाई करने की इसके अलावा रहने एवं खाने पीने के लिए अलग से और पैसे लगते हैं।
आप को नियमित रूप से पूरे लगन और मेहनत के साथ कम से कम 1 साल तक पढ़ाई करनी होती है इसके बाद आप परीक्षा पास कर सकते हैं कोई जरूरी नहीं कि आप एक ही बार में सिलेक्शन हो जाएं। क्वालीफाई करने के लिए कुछ समय लग सकते हैं।
कलेक्टर बनने के लिए कौन- सी-परीक्षा देनी पड़ती है?
कलेक्टर बनने के लिए UPSC की परीक्षा देनी पड़ती है। डीसी या कलेक्टर बनने के लिए यूपीएससी के द्वारा आयोजित की जाने वाली Civil Service Exam को क्वालीफाई करना होता है तभी जाकर आप एक कलेक्टर बन सकते हैं। यह परीक्षा 3 चरणों में आयोजित की जाती है।
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
- इंटरव्यू (Interview)
कलेक्टर की सैलरी (Collector Ki Salary Kitni Hoti Hai)
कलेक्टर की सैलरी की बात करें तो शुरुआती तौर पर कलेक्टर की सैलरी 56,000 रुपए प्रति महीने होती है आगे चलकर यह सैलरी बढ़कर 2,50,000 रुपए हो जाते हैं।
इसके अलावा कई सारी सुविधाएं दी जाती है हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक कलेक्टर बनने के बाद आपको रहने एवं पोस्टिंग एरिया में अच्छा सा घर या बांग्ला एवं आपके कामों के लिए नौकर तक भी दी जाती है।
सिर्फ इतना ही नहीं कलेक्टर को आने-जाने की सुविधा एवं ड्राइवर के साथ सरकारी गाड़ी भी दी जाती है इन सभी चीजों का खर्चा सरकार उठाती है।
कलेक्टर बनने के लिए कितनी उम्र चाहिए?
Collector बनने के लिए उम्र न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 32 वर्ष होनी चाहिए। जनरल वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 21 से 32 वर्ष, ओबीसी वर्ग के लिए 21 वर्ष 35 वर्ष तथा एससी/एसटी के लिए 21 वर्ष से 37 वर्ष तक उम्र सीमा होनी चाहिए।
सिविल सर्विस परीक्षा या कलेक्टर की परीक्षा के लिए विभिन्न वर्गों को अलग-अलग उम्र सीमा में निर्धारित किया गया है, जोकि नीचे बताए गए हैं:–
General | 21 To 32 |
OBC | 21 To 35 |
SC/ST | 21 To 37 |
Physically Disabled | 21 To 42 |
SC/ST Physically Disabled | No Age Limit |
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कलेक्टर बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? (Collector Banne ke Liye Qualification)
जिला कलेक्टर/ डीसी बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं मांगी जाती है अब हम नीचे बात करने जा रहे हैं:–
- कलेक्टर बनने वाले उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
- सबसे पहले 10वीं कक्षा पास करने के बाद 12वीं कक्षा पास करें।
- इसके बाद स्नातक (Graduation) पास करें किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से चाहे कोई भी Sream क्यों ना हो।
- कलेक्टर बनने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष एवं अधिकतम उम्र 32 वर्ष होने चाहिए।
- आरक्षण के अनुसार अलग-अलग वर्गों के लिए उम्र सीमा में छूट दी जाती है।
कलेक्टर के लिए पहले कौन सी पढ़ाई करें?
कलेक्टर बनने के लिए ग्रेजुएशन की पढ़ाई करें यदि आप कलेक्टर बनना चाहते हैं तो यह डिग्री होना अनिवार्य है। All India Civil Service Exam इसे छोटे शब्दों में यानी कि शार्ट में CSE कहते है। कलेक्टर बनने के लिए यह परीक्षा देनी पड़ती है प्रत्येक वर्ष साल में एक ही बार यूपीएससी के द्वारा इस परीक्षा का आयोजन करते हैं।
UPSC के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?
UPSC के लिए स्नातक की पढ़ाई करनी पड़ती है। यदि आप स्नातक की पढ़ाई के अंतिम वर्ष में हैं तो यूपीएससी के परीक्षा में आप बैठ सकते हैं। यूपीएससी की परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम 21 वर्ष होने चाहिए यदि आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद स्नातक की पढ़ाई में अंतिम वर्ष में है तो यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो हो सकते हैं यदि आपकी तैयारी अच्छी है तो आईएएस (IAS) या आईपीएस (IPSके लिए परीक्षा दे सकते हैं।
कलेक्टर को हिंदी में क्या कहा जाता है?
अधिकांश विद्यार्थियों के मन में सवाल होते हैं कि कलेक्टर को हिंदी में क्या कहते हैं तो आइए आपको बता दें कि कलेक्टर को हिंदी में समाहर्ता/जिलाधिकारी/ज़िलाधीश कहते हैं, इनके कार्यालय को ‘समाहरणालय’ के नाम से जाना जाता है।
कलेक्टर बनने के लिए कितनी रैंक चाहिए?
कलेक्टर बनने के लिए आपको रैंक 100 के अंदर रैंक आने चाहिए तभी जाकर आप आगे चलकर आप एक कलेक्टर बन सकते हैं। जिला कलेक्टर बनने का कोई सीधा तरीका नहीं होता है आपको सबसे पहले आईएएस ऑफिसर बनना पड़ता है उसके बाद जाकर प्रमोशन होता है प्रमोशन के दौरान आप एक कलेक्टर बन सकते हैं।
कलेक्टर बनने के लिए 11वीं में कौन सा सब्जेक्ट ले? (Collector banne ke liye subject)
कलेक्टर बनने के लिए 11वीं में निम्नलिखित सब्जेक्ट का चुनाव कर सकते हैं जो कि कई सारे हैं:–
- विज्ञान
- भूगोल
- सामयिकी
- आधुनिक इतिहास
- मध्यकालीन इतिहास
- आजादी के बाद का इतिहास
- सरकारी नीतियां और पहलू
- अर्थशास्त्र
- पर्यावरण और परिस्थितिकी
- अंतराष्ट्रीय संबंध
- संस्थान
- कला और संस्कृति
- राजनीति
- अंग्रेजी
- गणित (अंकगणित, बीजगणित, रेखागणित तथा सांख्यिकी)
- Logical and analytical ability
- सामान्य बौद्धिक योग्यता
- Essay
- General Studies इत्यादि
FAQ’S:–
प्रश्न 1). कलेक्टर की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर– एक जिला कलेक्टर की वेतन सातवें वेतन आयोग के अनुसार लगभग 56000 रुपए से लेकर 2,50,000 रुपए प्रति महीने कलेक्टर की सैलरी होती है।
प्रश्न 2). कलेक्टर बनने के लिए हाइट कितनी होनी चाहिए?
उत्तर– कलेक्टर बनने के लिए हाइट आपकी कम से कम 5 फीट 6 इंच होनी चाहिए। तब जाकर आप एक कलेक्टर बनने के लिए योग्य होंगे।
प्रश्न 3). कलेक्टर कितने साल के लिए होता है?
उत्तर– कलेक्टर किसी एक राज्य में 6 महीने से लेकर 3 साल तक होता है यह कार्य का कोई निर्धारित नहीं है अलग-अलग राज्यों के अनुसार इस कार्यकाल की अवधि अलग-अलग हो सकती है। उसके बाद कलेक्टर को दूसरे राज्य में ट्रांसफर किया जाता है।
FINAL WORDS:– कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है– Collector Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai
तो दोस्तों यदि आपके मन में भी सवाल था कि एक डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर कैसे बने तो उम्मीद करता हूं कि आज के इस लेख में आप सभी को इस सवाल का जवाब मिल चुके हैं हमारे इस आर्टिकल कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है– Collector Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai के माध्यम से पूरी जानकारी देने का प्रयास किया यदि साथियों इस लेख से संबंधित आपके मन में कोई प्रश्न हो तो कमेंट कर पूछ सकते हैं।
मेरा नाम लक्ष्मी है, मैं हिंदी ऑनर्स से बेचलर ऑफ़ आर्ट्स किया हूँ। मैंने ब्लॉग लिखने की शुरुआत अपनी पढ़ाई के साथ-साथ की थी, जिसमें अब मुझे 4+ वर्षों का अनुभव हो चुका है। इस वेबसाइट पर मैं एजुकेशन, सरकारी नौकरी, जॉब, कैरियर, कोर्सेज और सेलेबस से रिलेटेड हर नई और महत्वपूर्ण लेख को रेगुलर आधार पर प्रकाशित करता रहता हूँ। इस ब्लॉग khab.in का फाउंडर, कंटेंट राइटर एवं एडिटर हूँ।