CA बनने के लिए क्या पढ़े यदि यह सवाल आपके मन में भी आ रहे हैं तो एकदम सही जगह आए हुए हैं, क्योंकि हम इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं कि CA बनने के लिए क्या पढ़े– CA Banne Ke Liye Kya Padhe इसकी पूरी जानकारी देने वाले हैं।
आप में से कुछ लोग सीए यानी कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के बारे में तो सुने ही होंगे। जो लोग नहीं जानते हैं उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं क्योंकि हमारे इस पोस्ट के माध्यम से आपको संपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
CA का फुल फॉर्म Chartered Accountant होता हैं। का एक प्रोफेशन है जिसको काफी सारे लोग पसंद करते हैं इनका कार्य होता है वित्तीय सलाह देना एवं लोगों का वित्तीय लेखा जोखा तैयार करना होता हैं।
C.A. (Chartered Accountant) की नौकरी उच्च सैलरी वाली नौकरियों की सूची में आते हैं सीए बनने के लिए पूरे लगन के साथ पढ़ाई करने होते हैं एवं सी बनने के लिए डिग्री लेनी आवश्यक होती है तभी जाकर आप इस प्रोफेशन में काम कर सकते हैं।
CA बनने के लिए क्या पढ़े (CA Banne Ke Liye Kya Padhe)
सीए बनने के लिए योग्यता की बात किया जाए तो निम्न है:–
- CA बनने के लिए सबसे पहले 10वीं एवं 12वीं की पढ़ाई पढ़ें।
- सीए बनने के लिए CA Foundation/ CPT (Common Proficiency Test) पढ़े और पास करें।
- इसके बाद CA IPCC (Integrated Professional Competence Course) पढ़ें।
- CA Final यानी की आर्टिकलशिप प्रशिक्षण पूरी करें।
- आखरी में चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आपको सीए फाइनल के दोनों ग्रुप को पास करना होगा।
CA Course Details In Hindi
कोर्स स्तर | मापदंड |
CA फुल फॉर्म | चार्टर्ड एकाउंटेंट |
CA की योग्यता | न्यूनतम 50-60% कुल अंकों के साथ 10+2 |
कोर्स के स्तर | 3 स्तर |
CA औसत वार्षिक शुल्क | 50,000 से 3,00,000 रुपए। |
CA की वार्षिक सैलरी | लगभग 5 लाख से 25 लाख रुपए। |
CA की जॉब | एकाउंटेंट्स, एकाउंटिंग मैनेजर, टैक्सेशन एक्सपर्ट्स, ऑडिटिंग एक्सपर्ट्स आदि। |
परीक्षा प्रकार | स्तर आधारित |
प्रवेश प्रक्रिया | डायरेक्ट |
सीए बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए (CA Banne Ke Liye Konsa Subject Lena Chahiye)
सीए (Chartered Accountant) बनने के लिए 11वीं और 12वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम (Commerce Stream) का चयन करना चाहिए। यदि आप दसवीं (10th) कक्षा पास करने के बाद ही तय कर लिए हैं कि हमें चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना है, तो इसके लिए कॉमर्स यानी कि वाणिज्य स्ट्रीम से 11वीं एवं 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करनी चाहिए ताकि आपको आगे की पढ़ाई करते समय काफी मदद मिल सके।
सीए बनने के लिए योग्यता (CA Ke Liye Qualification)
सीए बनने के लिए योग्यता (CA Ke Liye Qualification) की बात किया जाए तो न्यूनतम 12वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है इसके साथ ही सभी विषयों में कुल मिलाकर 50% अंक होना चाहिए। सीए बनने के लिए आयु सीमा की बात किया जाए तो इसमें कोई निर्धारित आयु सीमा नहीं रखी गई है।
सीए बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता कॉमर्स स्ट्रीम से 11वीं एवं 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करते हैं तो बेहतर माना जाता है, क्योंकि आगे चलकर उन विद्यार्थियों को काफी ज्यादा मदद मिलते हैं।
सीए बनने की प्रक्रिया (CA Banne Ke Liye Process)
सीए बनने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया होते हैं हम उन पर प्रक्रियाओं के बारे में जानने वाले हैं।
सीपीटी/ सीए (CPT/ CA) कोर्स करें
यदि आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद दाखिला लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करना होता है तभी जाकर दाखिला मिल पाते हैं। सीए कोर्स 2 Session आयोजित किए जाते हैं दोनों सेशन में 2-2 पेपर होते हैं। यह की परीक्षा पास करने के बाद IPCC कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है।
आईपीसीसी एग्जाम (IPCC Exam)
सीपीटी/ सीए (CPT/ CA) परीक्षा पास करने के बाद दूसरी चरण की परीक्षा आईपीसीसी एग्जाम (IPCC Exam) के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है इसमें दो ग्रुप में बांटा गया है पहला ग्रुप में चार पेपर एवं दूसरे ग्रुप में 3 पेपर होते हैं इन सभी पेपर को अच्छे अंकों के साथ पास करना अनिवार्य होता है इसे पास करने के बाद आर्टिकलशिप की प्रैक्टिस करनी होती है।
आर्टिकलशिप (Articleship) प्रैक्टिस ट्रेनिंग
आईपीसीसी (IPCC) परीक्षा पास करने के बाद सीए की ट्रेनिंग करनी होती है यह ट्रेनिंग 3 वर्ष की करनी होती है ये 3 वर्ष की अवधि पूरा होने से 6 महीने पहले सीए का फाइनल परीक्षा लिया जाता है यह परीक्षा काफी कठिन होते हैं इसे क्लियर करने के बाद आप एक सीए बन जाते हैं।
CA कितने साल का कोर्स है? (CA Kitne Saal Ka Course Hai)
सीए कोर्स की अवधि (CA Course Duration) यदि आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद करते हैं तो 5 साल का कोर्स है अगर आप ग्रेजुएशन के बाद CA का Course करते हैं 3 या 4 साल का समय लगता है।
मुख्य मुद्दा यह है कि आप सीए का कोर्स कब करते हैं यानि कहने का मतलब बारहवीं कक्षा पूरी करने के बाद करते हैं या ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद सीए का कोर्स करते हैं। ये उस पर निर्भर करता है।
अगर आप बारहवीं कक्षा के बाद सीए का कोर्स करते हैं तो ज्यादा समय लग जाते हैं जबकि वहीं अगर स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सीए की पढ़ाई करते हैं इसकी अवधि कम हो जाती हैं।
CA बनने का स्कोप क्या है?
- Fund Manager
- Data Analyst
- Tac Advisor
- Data Analyst
- Chartered Accountant
- Professor/Lecturer
- Financial Manager
- Financial Accountant
- Forensic Accountant
- Company Liquidator
- Management Accountant
- Government Financial and Economic Advisor
सीए बनने के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची
सीए बनने के लिए भारत की टॉप कॉलेजों की सूची निम्न है:–
- लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ विमेन, नई दिल्ली
- हिंदू कॉलेज विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली
- हंसराज कॉलेज, दिल्ली
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई
- स्टेला मारी कॉलेज, चेन्नई
- संत जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, महाराष्ट्र।
List of Top CA Colleges in India
- Zell Education Mumbai
- Vista Academy, Dehradun
- ETEN CA, Guwahati
- Siddhartha Academy, Thane
- Navkar Institute, Ahmedabad
- CMS For CA, Hyderabad
- PIRON Scholl of Business and Finance, Mumbai
- PIRON School of Business and Finance, Bangalore
- Indian Institute of Finance and Accounts, Pune
- International School of Financial Studies, Secunderabad
- The Institute of Chartered Accountants of India (ICAI), Noida
- Pearn Accountants, International Accountants and Business Consultants, Kochi
CA Syllabus Details In Hindi
CA Foundation Syllabus In Hindi
Paper 1 (Principles And Practice Of Accounting) | Paper 2 (Business Laws And Business Correspondence & Reporting) |
Accounting for Special Transaction | Vocabulary Root Words |
Accounting Process | The Sale of Goods Act, 1930 |
Bank Reconciliation Statement | The Indian partnership act, 1932 |
Basic Accounting ratios (Solvency, Profitability, liquidity and turnover) | Phrasal verbs, Suffixes, Collocations and Idioms |
Comprehension Passages, Note Making | – |
Concept of Accounting of Depreciation | The Companies Act, 2013 |
Final Accounts of Sole Proprietors | Sentence Type |
Financial Statements of Not-for-Profit Organization | Synonyms and Antonyms |
Introduction to Basic Writing, Article Writing, Precis Writing, Report Writing | – |
Introduction to Company Accounts | Prefixes |
Inventories | The Indian Contract Act, 1872 |
Partnership Accounts | Communication |
Theoretical Framework | The Limited Liability Partnership Act, 2008 |
Writing Formal Mails, Writing Formal Letters, Meetings, Resume Writing | – |
Paper 3 (Business Mathematics, Logical Reasoning And Statistics) | Paper 4 (Business Economics and Business & Commercial Knowledge) |
Basic Application of Differential and Integral Calculus | Government Policies for Business Growth |
Equations and Matrices | Introduction to Business |
Index Number and Time Series | – |
Linear Inequalities with Objective Functions and Optimization with respect to Objective Function | Theory of Production and Cost |
Measures of Central Tendency and Dispersion | – |
Permutations and Combinations | Theory of Demand and Supply |
Probability | Organizations Facilitating Business |
Ratio and Proportions, Indices and Logarithms | Introduction to Business Economics |
Sequence and Series | Business Environment |
Sets, Relations and Functions | Business Cycles |
Statistical Description of Data | Business Organizations |
Theoretical Distributions, Correlation and Regressions | Common Business Technologies |
Time Value of Money | Price Determination in Different Markets |
CA Intermediate Syllabus In Hindi
Group 1 | Group 2 |
Accounting | Advanced Accounting |
Corporate and Other laws | Financial Management Economics for Finance |
Cost and Management Accounting | Enterprise Information Systems and Strategic Management |
Taxation | Auditing and Assurance |
CA Final Syllabus In Hindi
Paper I – Financial Reporting | Paper II – Strategic Financial Management |
Accounting and Reporting of Financial Instruments | Portfolio Management, Securitization |
Analysis of Financial Statements | Security Valuation |
Application of Indian Accounting Standards | Security Analysis |
Corporate Social Responsibility Reporting | Mutual Fund |
Corporate Valuation- | – |
Derivatives Analysis and Valuation, Corporate Valuation | – |
Framework for Preparation and Presentation of Financial Statements | Financial Policy and Corporate Strategy |
Indian Accounting Standards on Group Accounting | Risk Management |
Integrated Reporting | International Financial Management, Startup Finance, Interest Rate Risk Management |
Mergers, Acquisitions and Corporate Restructuring | – |
Paper III – Advanced Auditing and Professional Ethics | Paper IV – Corporate and Economic Laws |
Audit Committee and Corporate Governance | The Prevention of Money Laundering Act, 2002 |
Audit of Consolidated Financial Statements | Foreign Contribution Regulation Act, 2010 |
Audit of Limited Companies | The Secularization and Reconstruction of Financial Assets and Enforcement of Security Interest Act, 2002 |
Audit of Public Sector Undertakings | – |
Audit Planning, Strategy and Execution | The Companies Act 2013 |
Audit Reports | The Foreign Exchange Management Act, 1999 |
Audit under Fiscal Laws | The Arbitration and Conciliation Act, 1996 |
Auditing Standards, Statements and Guidance Notes | Corporate Secretarial Service |
Due Diligence, Investigation and Forensic Audit | – |
Internal Audit, Management and Operational Audit | – |
Liabilities of Auditors | – |
Peer Review and Quality Review | – |
Professional Ethics | – |
Risk Assessment and Internal Control | The Securities Contract Regulation Act 1956 and the Securities Contract Regulation Rules of 1957 |
Special aspects of Auditing in an Automated Environment | The Securities Board Exchange of India Act 1992 |
Special features of Audit Banks, Insurance and Non Banking Financial Companies | The Insolvency and Bankruptcy Code, 2016 |
Paper I – Financial Reporting | Paper II – Strategic Financial Management |
Application of Indian Accounting Standards | Security Analysis |
Analysis of Financial Statements | Security Valuation |
Accounting and Reporting of Financial Instruments | Portfolio Management, Securitization |
Corporate Valuation- | – |
Corporate Social Responsibility Reporting | Mutual Fund |
Derivatives Analysis and Valuation, Corporate Valuation | – |
Framework for Preparation and Presentation of Financial Statements | Financial Policy and Corporate Strategy |
Indian Accounting Standards on Group Accounting | Risk Management |
Integrated Reporting | International Financial Management, Startup Finance, Interest Rate Risk Management |
Mergers, Acquisitions and Corporate Restructuring | – |
Paper III – Advanced Auditing and Professional Ethics | Paper IV – Corporate and Economic Laws |
Audit Planning, Strategy and Execution | The Companies Act 2013 |
Auditing Standards, Statements and Guidance Notes | Corporate Secretarial Service |
Audit Reports | The Foreign Exchange Management Act, 1999 |
Audit of Limited Companies | The Secularization and Reconstruction of Financial Assets and Enforcement of Security Interest Act, 2002 |
Audit Committee and Corporate Governance | The Prevention of Money Laundering Act, 2002 |
Audit of Consolidated Financial Statements | Foreign Contribution Regulation Act, 2010 |
Audit under Fiscal Laws | The Arbitration and Conciliation Act, 1996 |
Audit of Public Sector Undertakings | – |
Risk Assessment and Internal Control | The Securities Contract Regulation Act 1956 and the Securities Contract Regulation Rules of 1957 |
Special aspects of Auditing in an Automated Environment | The Securities Board Exchange of India Act 1992 |
Special features of Audit Banks, Insurance and Non Banking Financial Companies | The Insolvency and Bankruptcy Code, 2016 |
Liabilities of Auditors | – |
Internal Audit, Management and Operational Audit | – |
Due Diligence, Investigation and Forensic Audit | – |
Peer Review and Quality Review | – |
Professional Ethics | – |
Paper V – Strategic Cost Management and Performance Evaluation | Paper VI – Elective Subjects |
Introduction to Strategic Cost Management | Risk Management |
Cost Management Techniques | Economic Laws |
Cost Management for Specific Sectors | Multidisciplinary Case Study |
Divisional Transfer Pricing | – |
Modern Business Environment | International Taxation |
Lean System and Innovation | Financial Services and Capital Markets |
Performance Measurement and Evaluation | Global Financial Reporting Standards |
Strategic Analysis of Operating Income | – |
Paper VII – Direct Tax Laws and International Taxation | Paper VIII – Indirect Tax Laws |
Law and Procedures under the Income Tax Act of 1961 | Goods and Services Tax |
International Taxation | Customs and FTP |
प्रश्न: सीए का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर- CA का फुल फॉर्म चार्टर्ड एकाउंटेंट (Chartered Accountant) होता है।
प्रश्न: CA बनने के योग्यता क्या होनी चाहिए?
उत्तर- CA बनने के योग्यता न्यूनतम 12वीं कक्षा 50-60% कुल अंकों के साथ पास होनी चाहिए।
प्रश्न: सीए की सैलरी कितनी होती हैं?
उत्तर- CA की सैलरी लगभग 5 लाख से 25 लाख रुपए तक होती हैं।
प्रश्न: CA बनने के लिए क्या पढ़े?
उत्तर– CA बनने के लिए आपको सबसे पहले 10वीं एवं 12वीं कक्षा पास करने होंगे उसके बाद सीए फाउंडेशन की परीक्षा पास करनी होगी तथा सीए इंटरमीडिएट के दोनों ग्रुपों को उत्तीर्ण करना होगा यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद सीए आर्टिकलशिप ट्रेनिंग कंप्लीट करने होंगे।
प्रश्न: सीए बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
उत्तर– C A बनने के लिए 11वीं और 12वीं कक्षा में Commerce Stream का चयन करना चाहिए।
मेरा नाम लक्ष्मी है, मैं हिंदी ऑनर्स से बेचलर ऑफ़ आर्ट्स किया हूँ। मैंने ब्लॉग लिखने की शुरुआत अपनी पढ़ाई के साथ-साथ की थी, जिसमें अब मुझे 4+ वर्षों का अनुभव हो चुका है। इस वेबसाइट पर मैं एजुकेशन, सरकारी नौकरी, जॉब, कैरियर, कोर्सेज और सेलेबस से रिलेटेड हर नई और महत्वपूर्ण लेख को रेगुलर आधार पर प्रकाशित करता रहता हूँ। इस ब्लॉग khab.in का फाउंडर, कंटेंट राइटर एवं एडिटर हूँ।